कश्मीर घाटी में मौसम की पहली भारी बर्फबारी के कारण सोमवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया और विमान संचालन में रुकावट हो गयी। श्रीनगर और मैदानी इलाकों में जहां मध्यम हिमपात हुआ, वहीं ऊपरी इलाकों में भारी हिमपात हुआ जिसके कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार सुबह कई उड़ानें रद्द कर दी गईं। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक कुलदीप सिंह रेशी ने कहा कि दृश्यता केवल 200 मीटर है और लगातार बर्फबारी हो रही है। उन्होंने यात्रियों को असुविधा से बचने और भीड़भाड़ से बचने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, कृपया हवाई अड्डे पर आने से पहले अपनी एयरलाइंस से अपनी उड़ान की स्थिति की जाँच कर लें।
बनिहाल-चंदरकोट के बीच कई जगहों पर पत्थर गिरने और काजीगुंड इलाके में ताजा हिमपात के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस के एक ट्वीट में कहा गया, जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग अभी भी अवरुद्ध है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे टीसीयू से पुष्टि किए बिना राजमार्ग -44 पर यात्रा न करें। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुई हे और अभी भी बर्फबारी हो रही है। उन्होंने कहा कि हम ट्रैक से बर्फ हटा रहे हैं और जैसे ही यह साफ होगा यातायात बहाल हो जाएगा। भारी बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी के कई दूर-दराज इलाकों का संपर्क उनके जिला मुख्यालय से भी कट गया।
श्रीनगर और इसके आस-पास के इलाकों में बर्फ की सफेद चादर ओढ़ी हुई है, जो यहां रहने वाले लोगों और पर्यटकों के लिए बहुत खुशी की बात है। पहाड़ियों के आसपास की छतें, पेड़, सड़कें बर्फ से ढकी हुई है जो प्रकृति के शानदार दृश्य का प्रतिनिधत्वि करती है। इस सर्दी के दौरान श्रीनगर में यह पहली बड़ी बर्फबारी है। श्रीनगर और आसपास के इलाकों में इस समय रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है। पर्यटन स्थलों गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग में भी आज मध्यम से भारी हिमपात हुआ। इसमें कहा गया है कि इस अवधि के दौरान हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के कारण हिमस्खलन हो सकता है क्योंकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक फीट से अधिक हिमपात हुआ है। मौसम विभाग ने लोगों को अगले दो दिनों के दौरान हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है।