त्रिपुरा की 60 विधानसभा सीटों पर गुरुवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शुरू हो गया। राज्य में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सभी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गयी थीं। राज्य के लगभग 28.23 लाख मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। ये मतदाता 259 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। मतदान शाम चार बजे चलेगा। मुख्य नर्विाचन अधिकारी किरन गत्तिे ने बुधवार को बताया कि मतदान केन्द्रों के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और राज्य पुलिस ने सभी इलाकों में गश्त किया है जिससे मतदाता मतदान केन्द्रों तक सुरक्षित पहुंच सकें।
राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 55 और उसकी गठबंधन सहयोगी आईपीएफटी शेष पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है। नयी बनी पार्टी तिपरा मोथा 60 में से 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है जिनमें 20 सीटें आदिवासी बहुल हैं। मार्क्सवादी कम्युनस्टि पार्टी 43 सीटों जबकि वाम दल फारवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलस्टि पार्टी और भारतीय कम्युनस्टि पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। तृणमूल कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। नर्दिलीय 58 सीटों पर अपनी कस्मित आजमा रहे हैं। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराने के लिए विभिन्न विभागों के लगभग 20 हजार अधिकारी तैनात किये गये हैं। चुनाव आयोग ने शून्य हिंसा मिशन की घोषणा की है। राज्य में 261 कंपनी केन्द्रीय सैन्य बलों, 139 राज्य सशस्त्र बल की कंपनियां और उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र और पांच पूर्वोत्तर राज्यों के जवान मतदान ड्यूटी पर लगाये गये हैं। त्रिपुरा पुलिस और त्रिपुरा राज्य राइफल्स के जवान सामान्य कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के साथ चुनावी ड्यूटी पर तैनात किये गये हैं।
त्रिपुरा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा है। वामदल और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। तिपरा मोथा भी चुनावी मैदान में है और उसे आदिवासी बहुल इलाकों में अधिक समर्थन मिलने का अनुमान है। श्री गत्तिे ने बताया कि चुनाव आयोग ने 60 मतदान केन्द्र ऐसे बनाये हैं जिन पर सर्फि महिलाओं की ड्यूटी लगायी गयी है। इन केन्द्रों पर मतदान अधिकारी से लेकर सुरक्षा कर्मी भी महिलाएं हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 10 मतदान केन्द्र दव्यिांगजनों द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। इन केन्द्रों पर सभी कर्मी दव्यिांगजन हैं। उन्होंने बताया कि सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं के लिए पृथक टेलीफोन, मोबाइल फोन और व्हाट्सएप नंबर घोषित किये गये हैं जिन पर वे किसी तरह दिक्कत आने पर संपर्क कर सकते हैं।