नेपाल का जनकपुर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है। भगवान राम की ससुराल माना जाता है।
श्री राम और माता सीता का पुराना नाता अयोध्या से जनकपुर तक है। Ayodhya, प्रभु श्री राम का जन्मस्थान, जनकपुर माता सीता का जन्मस्थान है। माता सीता ने प्रभु श्री राम से मिलने से पहले अपना समय यहीं बिताया था। जनकपुर में माता सीता का भी एक बड़ा मंदिर है।
इस स्थान पर कई राम-जानकी मंदिर हैं। भारत के टीकमगढ़ की महारानी वृषभानु कुमारी बुंदेला ने इनमें से सबसे सुंदर मंदिर बनाया था। आप इस दिवाली पर माता को देखने के लिए जाना चाहते हैं?
जनकपुर में स्थित सीता मंदिर की विशिष्टता
4860 वर्ग फुट में माता सीता का मंदिर है। यह मां सीता की पुरानी प्रतिमा है। मंदिर के आसपास लगभग 115 सरोवर और कई कुंड हैं, जो इसे खास बनाते हैं। यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं तो आपको गंगासागर, धनुष-सागर और परशुराम कुंड जरूर देखना चाहिए।
जनकपुर प्राचीन काल में मिथिला की राजधानी थी और नेपाल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल था।
लक्ष्मण मंदिर
जानकी मंदिर के बाहर लक्ष्मण मंदिर भी बनाया गया है। यह मंदिर जानकी मंदिर से पहले बनाया गया था। जानकी मंदिर में भी एक विवाह मंडप है।
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उत्तर धनुषा
जानकी मंदिर से १४ किमी उत्तर में धनुषा नामक स्थान है। यहीं पर प्रभु श्री राम ने धनुष तोड़ा था। (मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध मंदिर)
त्रेता के ठाकुर
त्रेता के ठाकुर का अर्थ है त्रेतायुग में भगवान राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था। इस यज्ञस्थल पर अब मंदिर है। यह प्राचीन मंदिर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर है।
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श्री कालाराम मंदिर
अयोध्या में राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है, यहीं पर कालाराम मंदिर बनाया गया है। माना जाता है कि कालाराम मंदिर को 2000 वर्ष पूर्व राजा विक्रमादित्य ने पुनर्स्थापना कर राम मंदिर का निर्माण कराया था। DEALS A TO Z
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