चार धाम की यात्रा, जानें कैसे कर सकते हैं रेजिस्ट्रेशन

वार्षिक चार धाम यात्रा की शुरुआत जल्द होने जा रही है। श्रद्धालु साल भर इस मौके का इंतजार करते रहते हैं।

ऐसे में अब वो इंतजार जल्द खत्म होने जा रहा है। जानें किस दिन से मिलेंगे दर्शन।

हरिद्वार चार धाम यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है । इस तीर्थ यात्रा का पहला पड़ाव यमुनोत्री है, दूसरा गंगोत्री है, इसके बाद केदारनाथ है और तीर्थ यात्रा बद्रीनाथ पर समाप्त होती है।

यह भी याद रखें कि चार धाम यात्रा में क्रम का पालन करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।

यमुनोत्री चार धामों में से पहला और निश्चित रूप से सबसे कठिन है । हालांकि, यह अन्य धामों की तुलना में कम ऊंचाई पर स्थित है,

लेकिन संकरा और भीड़भाड़ वाला रास्ता मंदिर तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण और कठिन बना देता है।

हरिद्वार से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ होते हुए बद्रीनाथ की यात्रा 4 दिन और 5 रातों में पूरी होती है

तीर्थयात्रियों को तीर्थ यात्रा के दौरान बड़े व्यक्तियों (65 वर्ष से अधिक) और नाबालिगों (10 वर्ष से कम) से मिलने से बचना चाहिए

यह मंदिर जोशीमठ से लगभग 45 किमी दूर स्थित है, जो कि एक बेस कैम्प भी है।

हमारे अनुसार एक व्यक्ति को ₹8000 से ₹9000 के खर्च में हम चार धाम की यात्रा करवा सकते हैं।