डार्क चॉकलेट और दिल का है गहरा कनेक्शन, सेहत से जुड़े

डार्क चॉकलेट हार्ट की हेल्थ को सही रखती है और फील गुड हार्मोन को बढ़ाती है जिसके कारण वेलेंटाइन में मूड खुशनूमा रह सकता है।

7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक शुरू हो गया है। 9 फरवरी को देश दुनिया में चॉकलेट डे मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी अपनी प्रेमिका को चॉकलेट्स गिफ्ट करते हैं। हालांकि, चॉकलेट्स को सेहत के लिए फायदेमंद नहीं माना जाता है, लेकिन आज हम आपको डार्क चॉकेलट के सेहत से जुड़े फायदों के बारे में बताएंगे। दरअसल, डार्क चॉकलेट को कोकोआ मिलाया जाता है जो दिमाग को सक्रिय कर देता है। यह चॉकलेट का स्वाद आम चॉकलेट की अपेक्षा कसैला होता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक डार्क चॉकलेट दिल को सेहतमंद बनाता है और दिमाग को एक्टिव करता है। साथ ही डार्क चॉकलेट के सेवन से शरीर में सेरोटोनिन और इंडोरफिंस हार्मोन्स बढ़ जाते हैं, जिससे आप काफी अच्छा महसूस करते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं कि मूड अच्छा करने के अलावा यह चॉकलेट कैसे आपकी सेहत को दुरुस्त करता है।

डार्क चॉकलेट के फायदे
डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉएड पदार्थ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद है। जिस वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम होता है। हालांकि इसका कम सेवन करना ही आपकी सेहत को फायदा पहुंचाएंगे


डार्क चॉकलेट के इस्तेमाल से दिल से जुड़ी बीमारियां जैसे- हार्ट डिजीज, हार्ट अटैक, कार्डिएक अरेस्ट, हार्ट फेलियर का खतरा कम होता है।


डार्क चॉकलेट खाने से स्ट्रेस और एंग्जाइटी कम होती है। साथ ही डार्क चॉकलेट में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को बनने से रोकते हैं। इससे उम्र का असर भी घटता है।


डार्क चॉकलेट में मौजूद मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड आपके कमजोर मेटाबोलिज्म को बूस्ट कर कैलोरी को बर्न करने में मदद करता है।


डार्क चॉकलेट खाने से आपका वजन भी कम हो सकता है।


डार्क चॉकलेट से शरीर में सेरोटोनिन और इंडोरफिंस हार्मोन बढ़ता है। इन हार्मोन को फील गुड हार्मोन के नाम से जानते हैं। जी वजह से शरीर को रिलेक्स मिलता है और इंसान खुश रहता है।

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