दोस्तों ! आज हम बात करने वाले हैं – कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात Generation Of Computer (जनरेशन ऑफ़ कंप्यूटर) क्या है ? पूरी जानकारी हिंदी में। जी हाँ दोस्तों ! वाणिज्यिक कंप्यूटिंग यानी की Commercial Computing के इतिहास का एक ऐसा topic, जिसे हमें जरूर जानना चाहिए। ताकि हम computer में प्रयुक्त की जाने वाली कई तकनीक को जान सके। जिससे हम प्रत्येक कंप्यूटर के मूलभूत सिद्धांत के बारे में जान सके।
आईये बिना देरी किये बिना जानते हैं – कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात Generation Of Computer के बारे में, जो सभी कंप्यूटर के आतंरिक परिपथ में विकसित किये गए नए तार्किक भाग (Logical Element) के बारे में होते हैं, जो निम्नलिखित इस प्रकार हैं।
- कार्य करने की गति में वृद्धि।
- आकार में छोटा होना।
- उचित क़ीमत में उपलब्ध।
- संग्रहक्षमता में वृद्धि।
- नए अनुप्रयोगों में वृद्धि।
क्र०सं० (S.No.) | पीढ़ी (Generation) | काल (Period) |
1. | प्रथम पीढ़ी (First Generation) | सन 1946 से सन 1956 |
2. | द्वितीय पीढ़ी (Second Generation) | सन 1956 से सन 1964 |
3. | तृतीय पीढ़ी (Third Generation) | सन 1964 से सन 1970 |
4. | चतुर्थ पीढ़ी (Fourth Generation) | सन 1970 से सन 1985 |
5. | पंचम पीढ़ी (Fifth Generation) | सन 1985 से आगे |
First Generation Of Computer: 1946-1956
सन 1946 से सन 1956 तक विकसित हुए computers को प्रथम पीढ़ी (First Generation Of Computer) के रूप में मान्यता प्राप्त हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी सेना को युद्ध के समय शस्त्रों को लक्ष्य की ओर स्थित करने के लिए जटिल गणनाएं करनी पड़ती थी। तभी विद्दुत-अभियंता (Electrical Engineer) जे.पी.एकेर्ट (J.P.Eckert) और जॉन मुचली (John Mauchly) ने सेना के लिए एक electrical कंप्यूटर बनाकर देने का प्रस्ताव रखा।
सन 1946 में एकर्ट (Eckert) और मुचली (Mauchly) ने एक कंप्यूटर बनाया, जिसका नाम था एनिएक (ENIAC-Electronic Numerical Integrator And Calculator) था। यह दुनिया का सबसे पहला सामान्य उद्देशीय इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर (General Purpose Electronic Computer) था। इसमें 18000 वैक्यूम ट्यूब थी और यह 140 किलोवाट विद्दुत से चलता था। इसका वजन 30 टन था।
इस कंप्यूटर में memory store करने के लिए magnet tape के साथ cathode और अत्यधिक मेमोरी के लिए चुम्बकीय दूम का प्रयोग किया गया था। इस कंप्यूटर में Data Input के लिए Punched Cards का प्रयोग किया जाता था।
कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात Generation Of Computer के प्रथम पीढ़ी के अन्य मुख्य कम्प्यूटर्स IBM-650, IBM-702, IBM-704 आदि हैं।
वॉन न्यूमान (Von Neumann) और संग्रहित प्रोग्राम की विचारधारा
एनिएक (ENIAC) कंप्यूटर ऑपरेटर्स (Operators) की मुख्य समस्या यह थी कि – प्रत्येक नयी गणना के लिए उन्हें कंप्यूटर में तारों (Wires) के नए संयोजन करने पड़ते थे। जिसमे घंटो का समय व्यर्थ जाता था।
इसके समाधान के लिए गणितज्ञ John Von Neumann ने सं 1946 में Eckert Mauchly, Goldstein तथा Burks के साथ मिलकर एक कंप्यूटर तैयार किया, जिसमे क्रियानों के लिए निर्देशों के समूह-प्रोग्राम (Program) को संग्रहित किया जा सकता था।
इसके बाद नई क्रिया के लिए नया प्रोग्राम संग्रहित किया जा सकता था। अतः नई गणनाओं के लिए कंप्यूटर में तारों (Wires) के संयोजन बदलने को कोई आवश्यकता नहीं थी। इस प्रकार संग्रहित प्रोग्राम (Stored Program) के सिद्धांत का जन्म हुआ।
सबसे पहला संग्रहित प्रोग्राम कंप्यूटर (Stored Program Computer) सं 1949 में Professor Maurice Wilkes (Mathematics Laboratory, Cambridge University, U.K) ने एडसेक (EDSAK-Electronic Delay Storage Automatic Calculator) के रूप में तैयार किया।
इसके आलावा वॉन न्यूमान ने सं 1950 में एडवेक (EDVAK-Electronic Discrete Variable Automatic Computer) विकसित किया।
वाणज्यिक कंप्यूटिंग (Commercial Computing) की शुरुआत सं 1951 में हुई। जबकि जनगणना के लिए अमेरिकन ब्यूरो ने यूनिवेक (UNIVAC) कंप्यूटर (Universal Automatic Computer) ख़रीदा। यह कंप्यूटर एनिएक (ENIAC) का विकसित रूप था।
यूनिवेक (UNIVAC) कंप्यूटर सबसे पहला ऐसा इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था, जिसे एक व्यापारिक कंपनी ने विशेष रूप से व्यापारिक अनुप्रयोगों (Business Applications) के लिए तैयार किया गया था।
अब कर्मचारी के वेतनपत्र (Payroll) तैयार करने और लेखांकन (Accounting) कार्य के लिए एक मशीन उपलब्ध हो गयी थी। सन 1954 में इसमें थोड़ा-सा परिवर्तन करके मैसर्स जनरल इलेक्ट्रिक कारपोरेशन ने यूनिवेक-1 (UNIVAC-1) कंप्यूटर विकसित किया गया था।
1. Vaccum Tubes
कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात Generation Of Computer के प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों के आतंरिक परिपथ में मुख्य तार्किक (Logic Element) वैक्यूम ट्यूब (Vaccum Tube) लगाया जाता था। ये लगातार विद्दुत के संवहन से गरम होने के कारण जल्दी ख़राब हो जाते थे। अतः प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों को वातानुकूलित इकाई में रखा जाता था। वैक्यूम ट्यूब बड़ी होती है, इसलिए प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटरों का आकार बड़ा होता था।
2. Based On Punch Card
प्राथमिक इनपुट तथा आउटपुट के लिए पंचकार्डों का कंप्यूटर सिस्टम (computer system) में उपयोग होता था। पंचकार्डों की कार्यकारी गति (Processing Speed) धीमी थी।
3. Magnetic Drum Internal Memory
प्रथम पीढ़ी के कई कम्प्यूटरों में आतंरिक स्मृति (Internal Memory) के रूप में मैग्नेटिक ड्रम काम में लिए जाते थे। पंचकार्ड से प्राप्त डाटा (Data) व् प्रोग्राम (Program) इस चुम्बकीय ड्रम पर चुम्बकीय रूप से संग्रहित किये जाते थे।
4. Programming In Machine & Assembly Language
कंप्यूटर से कार्य कराने के लिए दिए गए निर्देशों के समूह का प्रोग्राम (Program) कहते हैं कंप्यूटर के समझने योग्य भाषा, जिसमे प्रोग्राम लिखा जाय कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा (Computer Programming Language) कहलाती है।
5. Limited Applications
प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर वाणिज्यिकी कार्य, जैसे वेतनपत्र (Payroll) तैयार करना, बिलिंग (Billing) और लेखांकन (Accounting) के कार्य ही करते थे। इन कार्यों को मानवीय शक्ति से करना सस्ता था। क्योंकि उस समय कंप्यूटर बहुत ही महगे थे।
Second Generation Of Computer: 1956-1964
सन 1948 में Bardeen, Brattain और Shockley ने ट्रांजिस्टर का आविष्कार करके electronic technology के क्षेत्र में एक क्रांति-सी ला दी। ट्रांसफर रजिस्टर का संक्षिप्त रूप transistor है। सन 1956 से 1964 तक कम्प्यूटर्स द्वितीय पीढ़ी के अनुसार के माने जाते हैं।
द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों (कंप्यूटर की पीढ़ियां) में मुख्य तार्किक पुर्जा (Main Logical Element) वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर (Transistor) लगाया जाने लगा। जिसे William Shockley ने सन 1947 में विकसित किया था। ट्रांजिस्टर का कार्य वैक्यूम ट्यूब (Vaccum Tube) के समान था।
लेकिन इसकी कार्य करने की गति अधिक थी तथा यह आकार में छोटा व् अधिक विश्वसनीय था। ट्रांजिस्टर लगातार विद्दुत के संवहन से कम गरम होता था और विद्दुत की खपत भी कम होती थी।
1. Tap & Disk Secondary Storage
संग्रह-माध्यम के रूप में पंचकार्ड के अलावा चुम्बकीय टेप (Magnetic Tape) और डिस्कों (Disks) का प्रयोग हुआ।
2. Magnetic Core Internal Memory
मैग्नेटिक ड्रम (Magnetic Drum) के स्थान पर अब मैग्नेटिक कोर (Magnetic Core) मेमोरी (Memory) का प्रयोग हुआ।
3. Modular Hardware Element
प्रारंभिक कम्प्यूटरों में इनके रख-रखाव की जटिलता थी। कंप्यूटर का मॉड्यूलर रूप (Modular Design) तैयार किया गया, जिसमे एक समान भागों को अलग बोर्ड पर समूहीकृत किया गया। जिससे किसी भाग के ख़राब होने पर बोर्ड को बदला जा सके।
4. Programming In High Level Language
मशीनी और असेंबली भाषा (Machine & Assembly Language) की जटिलता से बचने के लिए सरल कंप्यूटर-भाषा अर्थात उच्चस्तरीय भाषा (High Level Language) का विकास हुआ। जैसे – FORTRAN (Formula Translation), COBOL (Common Business Oriented Language) आदि।
उच्चस्तरीय भाषाओं के लोकप्रिय होने पर अमेरिकन नेशनल स्टैंडर्ड्स इंस्टिट्यूट (ANSI-American National Standards Institute) ने कंप्यूटर-भाषाओं के लिए नए नियम स्थापित किये।
5. New Computer Applications
द्वितीय पीढ़ी में तीन मुख्य घटनाएं हुई, वे थी वायुयानों के यात्रियों के लिए आरक्षण प्रणाली, टेलस्टार (Telstar) की स्थापना और प्रबंधन सूचना प्रणाली (MIS-Management Information System) का उदय।
सन 1962 में आई.बी.एम (IBM) और अमेरिकन एयरलाइन्स (American Airlines) ने सबसे पहली वायुयान यात्री आरक्षण प्रणाली (Airlines Passengers Reservation System) को विकसित किया।
टेलस्टार (Telstar) एक संचार उपग्रह (Communication Satellite) था, जो सन 1962 में स्थापित किया गया। एम.आई.एस. (MIS) द्वारा कंप्यूटर से दिन प्रतिदिन का कागजी कार्य प्रबंधको के लिए सुगम हो गया।
Third Generation Of Computer: 1964-1971
कम्प्यूटरों (कंप्यूटर की पीढ़ियां) की तृतीय पीढ़ी सन 1964 के मध्य में प्रारंभ हुई थी, जब IBM ने कंप्यूटर का ऐतिहासिक उत्पाद बनाकर प्रस्तुत किये। इस कंपनी ने छह कम्प्यूटरों का परिवार (Family) तैयार किया, जिसका नाम था – System 1360 लाइन। इस प्रकार कम्प्यूटरों की श्रृंखला का चलन प्रारंभ हुआ।
कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों के परिपथ में मुख तार्किक भाग (Main Logic Element) के रूप में IC (Integrated Circuit) लगाया जाता था। जिसे सन 1953 में H. Johnson द्वारा विकसित किया गया। IC को metal oxide semi-conductor (MOS) का प्रयोग कर बनाया गया था।
1. Family
कंप्यूटर श्रृंखला या परिवार (Family) की विचारधारा का चलन इसी पीढ़ी में प्रारंभ हुआ।
2. Control Programs
कंप्यूटर की सभी क्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए नियंत्रण प्रोगामों (Control Programs) का एक समूह ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) बनाया गया। इस ऑपरेटिंग सिस्टम से कंप्यूटर के सभी आतंरिक कार्य स्वचालित (Automatic) हो गए।
3. Improvement In Software
तृतीय पीढ़ी में नयी उच्चस्तरीय कंप्यूटर-भाषाओँ का विकास हुआ। बाजार में यूजर (User) की आवश्यकताओं के आधार पर नयी कंप्यूटर-भाषाएँ आने लगीं। जैसे – उच्चस्तरीय भाषा BASIC (Basic All Purpose Symbolic Instruction Code) का विकास हुआ, जो सीखने में सरल थी।
4. Rise Of Mini Computer
कंप्यूटर के आकार को छोटा किया गया मिनी कंप्यूटर (Mini Computer) का नाम दिया गया। सबसे पहला मिनी कंप्यूटर PDP-8 एक रेफ्रीजिरेटर (Refrigerator)के आकार का था। इसकी कीमत 18000 डॉलर थी। इसे DEC (Digital Equipment Corporation) नामक कंपनी ने तैयार किया था।
5. Word Processing
कंप्यूटर में दस्तावेजों (Documents) की टंकित (Type) करके तैयार करना वर्ड प्रोसेसिंग (Word Processing) कहलाता है। इसकी शुरुआत तब हुई जब IBM में सन 1964 में एक मशीन – MT/ST (Magnetic Tape Selecting Typewriter) तैयार करके बाजार में उतारी।
Fourth Generation Of Computer: 1971-Present
कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात Generation Of Computer के चौथे पीढ़ी में कंप्यूटर के लिए Large Scale Integrated Circuit बनाना संभव हो गया। अब एक इंच के चौथाई भाग में लगभग 300000 ट्रांज़िस्टरों के बराबर का परिपथ बनाना संभव हो गया था। अतः computer के सम्पूर्ण CPU (Central Processing Unit) का परिपथ एक छोटे से चिप (Chip) पर मार्शन हॉफ (Marcian Hoff) ने इंटेल कारपोरेशन (Intel Corporation) में तैयार किया।
सन 1970 में तैयार किये गए इस चिप का नाम Intel 4004 था और इस छोटे से चिप को microprocessor कहा जाने लगा। यह सबसे पहला माइक्रोप्रोसेसर था। Microprocessor युक्त कंप्यूटर को micro computer कहा जाने लगा।
अब एक चिप के ऊपर कंप्यूटर बनाना संभव हो गया। इसके बाद अगला कदम micro computer को सामान्य व्यक्ति के लिए उपयुक्त बनाना था। सन 1970 में ही सबसे पहला माइक्रो कंप्यूटर Altair 8800 माइक्रो कंप्यूटर में basic भाषा को स्थापित करने का ठेका दिया। Bill Gates का यह प्रयास सफल रहा। इसके बाद बिल गेट्स ने अपनी कंपनी Microsoft Corporation की स्थापना हुई। जो आज दुनिया की सबसे बड़ी software company है।
IBM कंपनी ने सन 1981 में माइक्रो कंप्यूटिंग बाजार में IBM पर्सनल कंप्यूटर (IBM PC) के साथ प्रवेश किया। आज माइक्रो कंप्यूटर व्यवसाय ने कंप्यूटर बाजार पर अधिकार जमा लिया है।
1. Micro-miniaturization
कंप्यूटर की पीढ़ियां अर्थात चतुर्थ पीढ़ी कंप्यूटर में इलेक्ट्रॉनिक परिपथ को कम से कम जगह में तैयार करने का प्रयास किया गया। इसके लिए IC (Integrated Circuit) छोटे से छोटे, गति में तेज और सस्ते किये गए। इस प्रकार एल.एस.आई.सी. (LSIC-Large Scale Integrated Circuit) और वी.एल.एस.आई.सी.(VLSIC-Very Large Scale Integrated Circuit) चिप की अवधारणा प्रकाश में आयी।
अब एक सिलिकॉन पदार्थ से बानी चिप (Chip), जो ऊँगली के नाख़ून के आकार के बराबर होती है, पर लाखों परिपथ (Circuit) होते थे।
2. Semi-conductor Internal Memory
पूर्व की पीढ़ी में प्रयुक्त कोर में मेमोरी (Core Memory) के स्थान पर अब अर्धचालक या सेमीकंडक्टर (Semi-conductor) पदार्थ की मेमोरी (Memory) का प्रयोग होने लगा। यह नयी मेमोरी गति में तेज, आकार में छोटी और सस्ती थी।
3. Further Improvements In Software
अब कंप्यूटर के बढ़ते चलन से कंप्यूटर के द्वारा किये जाने वाले कार्यों में वृद्धि हुई। परिणामस्वरूप प्रत्येक क्षेत्र के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर बनाये जाने लगे। स्प्रेडशीट (Spreadsheet), एप्लीकेशन जनित (Application Generator), डेटाबेस (Database) का कार्य करने वाले सॉफ्टवेयर तैयार हुए।
इनमे कार्य करना BASIC, FORTRAN, COBOL आदि तृतीय पीढ़ी की कंप्यूटर-भाषाओं में कार्य करने से सरल था।
4. Design Support System-DSS
प्रबंधकों (Managers) को कंप्यूटर से निकट संपर्क स्थापित करने के लिए DSS की प्रणाली तैयार की गयी।
Fifth Generation Of Computer: Present & Future
(कंप्यूटर की पीढ़ियां) अर्थात कम्प्यूटरों की पांचवीं पीढ़ी में वर्तमान के शक्तिशाली एवं उच्च तकनीक कंप्यूटर से लेकर भविष्य में आने वाले कम्प्यूटरों में शामिल किया गया है। इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों के कंप्यूटर वैज्ञानिक कृत्रिम बुद्धमता (Artificial Intelligence) को समाहित करने के लिए प्रयासरत है। आज के कंप्यूटर इतने उन्नत हैं कि हर विशिष्ट क्षेत्र मूल रूप से एकाउंटिंग, इंजीनियरिंग, भवन-निर्माण, अंतरिक्ष तथा दूसरे प्रकार के शोध कार्य में उपयोग किये जा रहें हैं।
इस पीढ़ी के प्रारम्भ में, कम्प्यूटरों को परस्पर संयोजित किया गया ताकि डाटा तथा सूचना को आपस में साझेदारी तथा आदान-प्रदान हो सके। नए इंटीग्रेटेड सर्किट (Ultra Large Scale Integrated Circuit) ने पुराने इंटीग्रेटेड सर्किट (Very Large Scale Integrated Circuit) को प्रतिस्थापित करना शुरू किया। इस पीढ़ी में प्रतिदिन कंप्यूटर को घटाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप हम घडी के आकार में भी कंप्यूटर को देख सकते हैं।
पोर्टेबल (Portable) computer तथा इंटरनेट की सहायता से जब और जहां से हम चाहें द्वास्तवेज, सूचना तथा पैसे का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
Different Size Of Computer
आवश्यकतानुसार कंप्यूटर के आकार और संरचना को तैयार किया जाता है। आज विभिन्न मॉडलों में – डेस्कटॉप (Desktop), लैपटॉप (Laptop), पॉमटॉप (Palmtop) आदि में कंप्यूटर उपलब्ध हैं।
Internet
यह कंप्यूटर का एक अंतर्राष्ट्रीय संजाल है। दुनिया भर के कंप्यूटर नेटवर्क इंटरनेट से और इस तरह हम कहीं से भी, घर बैठे – अपने स्वास्थ्य, चिकित्सा, विज्ञान, कला एवं संस्कृति आदि – लगभग सभी विषयों पर विविध सामग्री इंटरनेट पर प्राप्त कर सकते हैं।
Multimedia
ध्वनि (sound), दृश्य (Graphics) या चित्र और पाठ (Text) के सम्मिलित रूप, मल्टीमीडिया का इस पीढ़ी में विकास हुआ है।
New Application
कंप्यूटर की तकनीक अतिविकसित होने के कारण इसके अनुप्रयोगों में वृद्धि हुई है; जैसे – फिल्म निर्माण, यातायात-नियंत्रण, उद्योग, व्यापार एवं शोध आदि के क्षेत्र में।
Conclusion – जनरेशन ऑफ़ कंप्यूटर
तो दोस्तों ! मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको मेरा यह लेख – कंप्यूटर की पीढ़ियां (Generation Of Computer) क्या है ? पूरी जानकारी हिंदी में जरूर पसंद आयी होगी और उम्मीद करता हूँ कि आपको हमारे इस लेख से कुछ सीखने और जानने को मिला होगा।
- Memory units of computer
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