भारतीय रिज़र्व बैंक ने 2000 रुपये के नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया है. शुक्रवार को जारी अपने बयान में आरबीआई ने कहा है कि ये नोट वैध रहेंगे और 30 सितंबर 2023 तक इन्हें बैंकों में जमा कराया जा सकता है ! मीडिया की रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 2000 रुपये के नोट की छपाई 2019 के बाद से बंद हैं.
इसके पीछे इसकी छपाई में आ रही लागत को बताया जा रहा है. वर्ष 2021 में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में यह जानकारी दी थी कि पिछले दो साल से 2000 रुपये के एक भी नोट की छपाई नहीं हुई हैhttps://bewebstuff.com/web-stories/will-2000-note-be-banned-how-long-is-the-chance-to-change/
क्या 1 हजार के नोट की होगी वापसी ?

साल 2023 के शुरू होने से पहले भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया. इसमें दावा किया गया कि 1 जनवरी, 2023 से 1000 रुपये का नया नोट आ जाएगा. लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ. क्योंकि, सरकार की तरफ से ऐसा कोई इशारा नहीं दिया गया husband, wife
दरअसल ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया'( RBI) ने आज यानि 19 मई साल 2023 को एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें उन्होंने 2000 रुपये के नोट को बंद करने जा रही है. आरबीआई ने साथ ही यह भी घोषणा कि है कि आम लोगों को इससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत यह फैसला किया हैFREE FIRE, हिंदी में
2000 के नोटों को बंद करने की योजना का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार की तरफ से गैरकानूनी धन के प्रचार और वित्तीय अपराधों को रोकना था। यह निर्णय 8 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित किया गया था और इसे लोगों के साथ साथ बैंकों, वित्तीय संस्थानों और वाणिज्यिक संगठनों को भी अचानक थोड़े समय के लिए निर्धारित कर दिया गया।age, ateeq, atique, brother, house, latest news, prayagraj, property, son, story, superme court
इस नोट बंदी का प्रमुख कारण था ब्लैक मनी यानी काले धन को रोकना और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकना। इससे पहले, बैंक नोट में 1000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों का उपयोग गैरकानूनी गतिविधियों में होने वाली रकमों को छिपाने और आर्थिक अपराधों को संचालित करने के लिए किया जाता था।
2000 रुपये के नोटों को बंद करके, सरकार का लक्ष्य था कि गैरकानूनी धन ध्यान में न आए और वित्तीय संगठनों द्वारा संचालित गैरकानूनी गतिविधियों को रोका जा सके।

2000 रुपये के नोटों की विलय (डेमोनेटाइज़ेशन) की वजहों और उद्देश्यों के अलावा कई अन्य कारण थे:
- जाली सिक्कों के खिलाफ लड़ाई: डेमोनेटाइज़ेशन जाली सिक्कों की समस्या का सामना करने का उद्देश्य रखता था। नए सिक्कों को बढ़ी हुई सुरक्षा विशेषताओं के साथ पेश करने से, जाली सिक्कों को नकल करना दुष्कर हो जाता।कोविड, डब्ल्यूएचओ, डेटा, पारदर्शिता
- नकदीरहित अर्थव्यवस्था: यह कदम सरकार की डिजिटल और नकदीरहित अर्थव्यवस्था की ओर प्रोत्साहित करने का हिस्सा था। इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन को प्रोत्साहित करके और नकद पर निर्भरता को कम करके, यह पारदर्शिता में वृद्धि करने, वित्तीय सम्मिलन को ट्रैक करने और वित्तीय सेवाओं को प्रचारित करने का उद्देश्य थाक्रिकेट, भारत, भारतीय, श्रृंखला
- अर्थव्यवस्था को संरचित करना: डेमोनेटाइज़ेशन का उद्देश्य था अनियमित क्षेत्र को संरचित अर्थव्यवस्था में लाना। नकदी रखरखाव करने वालों को बैंकों में अपने धन की जमा कराना था,
- जाली मुद्राओं के खिलाफ कार्रवाई: नए 2000 रुपये के नोट में उच्च सुरक्षा उपकरणों को शामिल करके जाली मुद्राओं को रोकने का उद्देश्य था। ऐसे नोटों के नकली बनाना अधिक कठिन हो जाता था।
- नकदी-मुक्त अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: यह फैसला सरकार की नकदी-मुक्त अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का हिस्सा था। इससे इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन को बढ़ावा मिलना और नकदी की आवश्यकता को कम करने की उम्मीद थी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी, वित्तीय लेन-देन को ट्रैक करना आसान होगा और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा।कुत्ते, कोविड, डीएनए, रैकून
- अर्थव्यवस्था का व्यवस्थितीकरण: नोट विलय का उद्देश्य था गैर-रेगुलर सेक्टर को आधिकारिक अर्थव्यवस्था में शामिल करना। इसके माध्यम से, नकदी रखरखाव करने वालों को अपनी धनराशि बैंक में जमा करनी पड़ी,

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को एक बड़े कदम के तहत कहा कि उसने फैसला लिया है कि अब 2000 रुपए का नोट चलन में नहीं रहेगा। हालांकि, रिजर्व बैंक ने ये भी स्पष्ट किया कि 2000 रुपए का नोट वैध मुद्रा के तौर पर रहेगा।आभूषण, फोन, मोबाइल, मोबाइल फोन
जिन लोगों के पास अभी 2000 रुपए का नोट है, आरबीआई ने उन्हें अपने नोट बदलने के लिए 23 मई 2023 से लेकर 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया है। ऐसे में एक बड़ा सवाल ये है कि अगर 30 सितंबर तक कोई अपने 2000 के नोट नहीं बदल पाया तो फिर क्या होगा?2023-24, अनुमान, आम बजट 2023-24, करोड़, रुपए
30 सितंबर के बाद भी वैध रहेगा 2000 का नोट इस सवाल का पहला जवाब यही है कि 30 सितंबर के बाद भी 2000 रुपए का नोट अवैध नहीं माना जाएगा। इसके अलावा नोट बदलने की सुविधा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के उन 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ाई जाएगी, जिनके पास इस समय अवधि तक नोट बदलने वाली ब्रांच होंगी। वहीं बैंक खातों में बिना किसी प्रतिबंध के ये नोट जमा भी किए जा सकते हैं।मेरा भारत, सुरक्षित भारत, सोनू सूद
30 सितंबर के बाद भी वैध रहेगा 2000 का नोट
इस सवाल का पहला जवाब यही है कि 30 सितंबर के बाद भी 2000 रुपए का नोट अवैध नहीं माना जाएगा। इसके अलावा नोट बदलने की सुविधा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के उन 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ाई जाएगी, जिनके पास इस समय अवधि तक नोट बदलने वाली ब्रांच होंगी। वहीं बैंक खातों में बिना किसी प्रतिबंध के ये नोट जमा भी किए जा सकते हैं !
किन लोगो के लिए हो सकते हैं खास इंतज़ाम
आरबीआई ने अपने फैसले में कहा है कि बैंक इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यागों के लिए खास इंतजाम करें, ताकि नोट बदलने या जमा करने के लिए इन लोगों को कोई परेशानी ना हो। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले में ये भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी नागरिक को अपने 2000 रुपए के नोट बदलने के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा।देश, नयी योजनाएं, बजट, विकास
RBI के फैसले पर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरा
भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले के बाद राजनीति भी गर्मा गई है। विपक्ष के नेताओं ने इस फैसले पर मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरबीआई के इस फैसले पर ट्वीट करते हुए कहा, ‘हमारे स्वयंभू विश्वगुरु की खासियत। पहला फैसला ले लेते हैं और फिर उसके बाद सोचते हैं। 8 नवंबर 2016 को एक विनाशकारी तुगलकी फरमान के साथ बहुत धूमधाम से पेश किए गए 2000 रुपये के नोट अब अब वापस लिए जा रहे हैं।आम बजट, आम बजट 2023-24
30 सितंबर तक बदलने होंगे नोट
आरबीआई के आदेश में साफ तौर पर लिखा है 2000 रुपए का नोट चलन से बाहर होगा, लेकिन ये वैध मुद्रा बना रहेगा। आरबीआई के मुताबिक, अगर आपके पास 2000 रुपए का नोट है तो फिलहाल आप इससे खरीदारी कर सकते हैं, भुगतान कर सकते हैं और अगर किसी मद में आपको मिले तो स्वीकार भी कर सकते हैं। लेकिन, आपको 30 सितंबर 2023 तक 2000 रुपए के नोट को बैंक में जाकर बदलना होगा।
क्या नोट बदलने पर कोई चार्ज लगेगा?
एक बड़ा सवाल ये भी लोगों के मन में है कि क्या 2000 रुपए का नोट बदलने पर बैंक कोई शुल्क लेगा। आरबीआई की तरफ से जारी आदेश में साफ साफ लिखा है कि अगर आप अपने 2000 रुपए के नोट बैंक में बदलने जाते हैं तो आपसे किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। हालांकि एक बार में आप 2000 रुपए के केवल 10 नोट यानी 20 हजार रुपए ही बदल सकते हैं।
नोट बदलने के लिए कितना समय है?
आरबीआई के फैसले के मुताबिक, अपने 2000 रुपए के नोट बदलने के लिए आपके पास 23 मई 2023 से लेकर 30 सितंबर 2023 तक का समय है। यानी आरबीआई ने नोट बदलने के लिए पूरे चार महीने का समय दिया है।
किसी भी बैंक में जाकर बदल सकते हैं नोट
आरबीआई ने जो आदेश जारी किया है, उसमें साफ तौर पर बताया गया है कि 2000 रुपए का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा। केवल उसे चलन से बाहर किया जा रहा है। अगर आपके पास 2000 रुपए का नोट है, तो वो पूरी तरह से वैध है और आप उसे किसी भी बैंक में जाकर बदल सकते हैं।
नोट बदलने की क्या हैं शर्तें ?
हालांकि, एक बार में केवल 10 नोट यानी 20 हजार रुपए ही बदले जाएंगे। नोट बदलने की प्रक्रिया 23 मई 2023 से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 तक आप अपने नोट बदल सकते हैं। यानी आपके पास 2000 रुपए के नोट बदलने के लिए पूरे चार महीने का समय होगा।
2000 रुपए का नोट क्या अभी चलता रहेगा ?
आरबीआई के आदेश के मुताबिक, फिलहाल 2000 रुपए के नोट का इस्तेमाल हो सकता है। यानी आप 2000 रुपए के नोट से अभी खरीदारी कर सकते हैं और भुगतान के रूप में ले भी सकते हैं। लेकिन, 30 सितंबर 2023 से पहले आपको 2000 रुपए का नोट बैंक में बदलना होगा।